जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर के जोड़ों विशेषकर घुटनों में दर्द की समस्या आम होती जाती है। यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और रोजमर्रा के कामों में बाधा डालने लगता है। 60 वर्ष की उम्र के बाद घुटनों में होने वाला दर्द सिर्फ एक मामूली परेशानी नहीं, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।
घुटनों में दर्द के प्रमुख कारण
️ऑस्टियोआर्थराइटिस (गठिया) – यह सबसे आम कारण है। इसमें घुटनों के जोड़ की कार्टिलेज घिस जाती है जिससे हड्डियां आपस में रगड़ती हैं और दर्द होता है।
️वजन बढ़ना – बढ़ते वजन से घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है जो दर्द को बढ़ाता है।
️शारीरिक निष्क्रियता – नियमित व्यायाम न करने से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और घुटनों पर ज़्यादा जोर पड़ता है।
️पुरानी चोट या फ्रैक्चर – पहले लगी चोटें उम्र के साथ दर्द देने लगती हैं।

Article printed in naidunia, Indore (29th june 2025) written by Dr. Anupam Khandelwal
लक्षण
चलने या सीढ़ी चढ़ने में परेशानी
सुबह उठते समय घुटनों में अकड़न
घुटने से आवाज़ आना
सूजन और लालिमा
घुटनों के दर्द से राहत कैसे पाएं?
व्यायाम – हल्की स्ट्रेचिंग और पैरों की एक्सरसाइज़ जैसे बैठकर पैर सीधा करना फायदेमंद है।
वजन नियंत्रण – शरीर का संतुलित वजन घुटनों पर कम दबाव डालता है।
गर्म पानी की सिकाई – सूजन और अकड़न में राहत देती है।
दवाइयाँ और इंजेक्शन – डॉक्टर की सलाह से दर्दनिवारक दवाएं या हायालुरोनिक एसिड इंजेक्शन कारगर हो सकते हैं।
कब करें ऑपरेशन का विचार?
जब दवाइयों और फिजियोथेरेपी से राहत न मिले, रोज़मर्रा के काम जैसे चलना-फिरना, उठना-बैठना मुश्किल हो जाए — तब घुटने के प्रत्यारोपण (Knee Replacement) की सलाह दी जाती है। यह एक सुरक्षित और सफल सर्जरी है, जिससे लाखों बुजुर्गों को नया जीवन मिला है।
निष्कर्ष
घुटनों का दर्द बढ़ती उम्र की एक आम लेकिन उपेक्षित समस्या है। समय रहते डॉक्टर से सलाह, नियमित व्यायाम और सही जीवनशैली अपनाकर इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर आधुनिक तकनीकों से किया गया घुटना प्रत्यारोपण जीवन को फिर से सक्रिय बना सकता है।
डॉ. अनुपम खंडेलवाल
8818814030
MBBS, MS (Ortho.), FIASM ( Germany) , FIMIJRS ( Mumbai), FIRJRS(germany), FIMISS( Korea)
जॉइंट रिप्लेसमेंट व आर्थोस्कोपी विशेषज्ञ , इंदौर
www.dranupamkhandelwal.com
“यह लेख सामान्य जनहित में है, किसी भी चिकित्सा सलाह के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।”